राम जी की मूर्ति काली क्यों है: अयोध्या में बने नए राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जा चुकी है. लंबे इंतजार के बाद राम भक्त उस क्षण का गवाह बने. जिसकी उन्हें लगभग 500 सालों से इंतजार था. यहां भगवान श्री राम के बाल स्वरूप वाली मूर्ति को स्थापित किया गया. जो श्यामल रंग में है.
ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि राम जी की मूर्ति काली क्यों है. तो आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि भगवान श्री राम जी की मूर्ति काली क्यों है.
राम जी की मूर्ति काली क्यों है – जानें रहस्य
भगवान श्री राम अपने बाल रूप में अयोध्या में बने नए राम मंदिर में विराजमान हो चुके हैं. यह उनकी जन्मभूमि है. यही कारण है कि उन्हें बाल रूप में प्रतिष्ठित किया गया है. ऐसा कहा जाता है कि जन्मभूमि में बाल स्वरूप की ही उपासना की जाती है. यही कारण है कि भगवान श्री राम की बाल रूप की ही मूर्ति बनाई गई है. लेकिन यह मूर्ति काली क्यों है.
राम जी की मूर्ति काली क्यों है. इस सवाल का जवाब महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में मिलता है. ऐसा कहा जाता है कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में भगवान श्री राम के जिस रूप का वर्णन किया गया है. वह श्यामल रूप ही है. यही कारण है कि प्रभु श्री राम को श्यामल रूप में ही पूजा जाता है. और इसका दूसरा पहलू यह भी है की इसका निर्माण श्याम शिला के पत्थर से किया गया है. यह पत्थर बहुत ही खास होता है. और ऐसा माना जाता है कि श्याम शिला की आयु हजारों वर्ष होती है.
हिंदू धर्म में हम सभी जानते हैं कि पूजा पाठ के दौरान अभिषेक करना, मूर्ति को जल चढ़ाना, चंदन, रोली या दूध जैसी चीज चढ़ाना होता ही है. ऐसे में श्याम शीला की मूर्ति होने के कारण मूर्ति को लंबे समय तक कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. तो राम लला की मूर्ति काली क्यों है इसके पीछे का कारण पौराणिक भी है और वैज्ञानिक भी. इसे तो आप अब स्पष्ट तौर पर समझ गए होंगे.
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रामलाल की मूर्ति काली किसने बनाई
रामलाल की मूर्ति नए राम मंदिर में स्थापित हो चुकी है. उनकी प्राण प्रतिष्ठा भी की जा चुकी है. पूरी दुनिया और देश के लगभग करोड़ों लोगों ने घर बैठे भी इसका लाइव प्रसारण देखा. और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लगभग 8000 लोग उपस्थित रहे.
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या के भव्य राम मंदिर में करोड़ों लोगों ने पहली बार रामलाल को दिखा. लेकिन क्या आप जानते हैं इस मूर्ति को बनाया किसने है. इस मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार का नाम अरुण योगीराज है. हर राम भक्तों के रोम रोम में बसने वाले भगवान श्री राम के बाल रूप वाली मूर्ति उन्होंने ही बनाई है. जिसे देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भावुक हो गए.
कौन है अरुण योगीराज
वर्तमान समय में अरुण योगीराज सबसे अधिक मांग वाले मूर्तिकार हैं. यह मैसूर से है. और यह प्रसिद्ध मूर्तिकारों की पांचवीं पीढ़ी से हैं. इनके पूर्वज भी मूर्तिकार ही रहे हैं. अयोध्या के राम मंदिर में जो बाल स्वरूप रामलाल की मूर्ति बनाई गई है. वह इन्होंने ही बनाई है जिसकी सराहना नरेंद्र मोदी तक कर चुके हैं.
निष्कर्ष – रामलला की मूर्ति काली क्यों है. आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इस रहस्य का पता चल गया होगा. हम आशा करते हैं कि यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहा होगा. ऐसे ही जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट से जुड़े रहें.