Bhumi Vikas Bank ko pahle kis nam se jana jaga tha – ऐसा कहा जाता है कि बैंकिंग सिस्टम की शुरुआत दुनिया में 2000 ईसा पूर्व से की जा चुके थी. लेकिन यह वर्तमान बैंकों की तरह नहीं हुआ करता था. उस समय बैंकिंग सिस्टम बार्टर सिस्टम के तौर पर चलती थी. जिसके अंतर्गत लोग एक दूसरे से सामानों का लेनदेन करते थे. जो आगे चलकर डेवलप होते-होते आज के बैंकिंग सिस्टम के रूप में बदल गया. अब बात अगर भूमि विकास बैंक की की जाए तो इसका उद्देश्य भूमि और कृषि को बढ़ावा देना है. और कृषि के उत्पादन में वृद्धि को सुनिश्चित करना है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भूमि विकास बैंक को पहले किस नाम से जाना जाता था. तो लिए इस आर्टिकल में हम इसे विस्तृत तौर पर जानते हैं.
भूमि विकास बैंक को किस नाम से जाना जाता था (Bhumi Vikas Bank ko pahle kis nam se jana jaga tha)
भूमि विकास बैंक यानी एलडीबी एक विशेष प्रकार का बैंक है. जो अर्ध व्यावसायिक है. यहां पैसे जमा किए जाते हैं, व्यावसायिक ऋण प्रदान की जाती है और बुनियादी निवेश के उत्पादों को ऑफर किया जाता है.
इसे पहले भारतीय ग्रामीण बैंक के नाम से जाना जाता था. कुछ रिपोर्ट की माने तो इसे कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के भी नाम से जाना जाता था. इसकी शुरुआत किसान के हित के लिए की गई थी.
क्या है इसका इतिहास
विकिपीडिया की माने तो इसे भूमि बैंक, भूमि बंधन बैंक, कृषि बैंक के नाम से भी जाना जाता था. विकिपीडिया ही कहता है कि पहले भूमि विकास बैंक की शुरुआत पंजाब के झांग प्रांत में शुरू हुई थी. जो 1920 में शुरुआत की गई थी. लेकिन इसका डेवलपमेंट तब शुरू हुआ. जब चेन्नई में 1929 में भूमि विकास बैंक की शुरुआत की गई थी.
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भूमि विकास बैंक को कहां से मिलता है पैसा
अगर भूमि विकास बैंक के धन के स्रोतों की बात की जाए तो वह निम्नलिखित है:
- जमा की जाने वाली राशि
- राज्य या निजी स्रोतों से शेयर्ड पूंजी
- सदस्यों या गैर सदस्यों की जमा राशि
- डिबेंचर जारी करने से प्राप्त राशि
- सरकार से सब्सिडी
किस प्रकार देता है ऋण
भूमि विकास बैंक की शुरुआत भूमि तथा व्यवसाय के विकास के साथ-साथ किसानों के हित के लिए की गई थी. इसलिए भूमि या व्यवसाय से संबंधित परियोजनाओं एवं कृषि संबंधी परियोजनाओं के लिए दीर्घकालीन ऋण प्रदान करती है. भूमि विकास बैंक के द्वारा दिया गया ऋण आमतौर पर 20 से 30 साल की अवधि के लिए मिलता है. यह कुल भूमि के मूल्य का 50% या होने वाले राजस्व का 30 गुना होता है. ऋण देने की प्रक्रिया सत्यापन के बाद ही की जाती है. अगर ऋण के ब्याज दरों की बात की जाए तो वह लगभग 11 से 12% वार्षिक होती है.
निष्कर्ष – Bhumi Vikas Bank ko pahle kis nam se jana jaga tha
हम उम्मीद करते हैं कि आपको भूमि विकास बैंक से संबंधित सभी जानकारी अच्छी तरीके से समझ आ गई होगी. अगर आपके मन में कोई सवाल हो या कोई सुझाव हो. तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर बता सकते हैं. हम यथाशीघ्र आपकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेंगे. हमें यह करते हुए बेहद खुशी होगी.
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