Uan Number Kya Hota Hai | सबकुछ हिंदी में जानें

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UAN number kya hota hai

UAN number kya hota hai – दोस्तों अगर आप किसी कंपनी में जॉब करते हैं। और आपकी सैलरी में से पीएफ का पैसा कटता है। तो आपको UAN नंबर के बारे में जरूर पता होगा। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं। जिन्हें यह नहीं पता है कि UAN number kya hota hai। यह किस प्रकार आवश्यक है। और यह किस तरीके से कर्मचारियों के लिए सुविधाजनक है।

हम इस आर्टिकल के माध्यम से यह जानेंगे कि UAN number kya hota hai। और यह किस प्रकार प्रत्येक कर्मचारी के लिए आवश्यक है। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। जिससे आप यह आसानी से समझ सके कि UAN number kya hota hai। इसको लेकर आप कोई जानकारी मिस ना कर जाए।

UAN Number Kya Hota Hai

सबसे पहले यह जान ले कि UAN का फुल फॉर्म यूनिवर्सल अकाउंट नंबर होता है। यह 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होता है। इसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO के द्वारा प्रत्येक सदस्य को प्रदान किया जाता है। भारत सरकार के तहत रोजगार और श्रम मंत्रालय के द्वारा यह नंबर जारी किया जाता है। इस नंबर का उपयोग EPF अकाउंट को एक्टिवेट करने के लिए किया जाता है।

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EPF पासबुक, पीएफ बैलेंस, EPF ट्रांसफर और EPF अपडेट जैसी हर इंपॉर्टेंट फैसिलिटी के लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर की ज़रूरत होती है। आप किसी भी कंपनी में कार्य करें। और कितनी ही कंपनी को चेंज कर ले। हर कंपनी के लिए आपका यूएएन नंबर एक ही रहेगा।  यूएएन नंबर की सहायता से अलग-अलग कंपनी के साथ खुले आपके पीएफ खाते आसानी से एक्सेस किए जा सकते हैं। आप आसानी से अपने pf खाते से पैसा निकाल सकते हैं। और उसे ट्रांसफर कर सकते हैं।

UAN Number kya hota hai – kaise hai ye khas

डिजिटल युग के साथ अब सरकार की कोशिश होती है कि सारी प्रणाली को आसान और नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनाया जाए। इसी कोशिश में UAN की शुरुआत की गई है। इसकी कई विशेषताएं हैं। हम इसकी खासियत के बारे में जानते हैं:

यूनिक आइडेंटिटी

सबसे पहले यह हमें एक कर्मचारी के तौर पर एक यूनिक आइडेंटिटी प्रदान करता है। हम चाहे कितने ही कंपनी बदल ले। लेकिन हमारा यूएएन नंबर हमेशा एक ही रहता है।

ऑनलाइन सुविधा

UAN की सहायता से कर्मचारी ईपीएफओ से संबंधित ऑनलाइन सर्विस का उपयोग कर सकता है। इसकी सहायता से वह अपने पीएफ अकाउंट को देख सकता है। सारे पीएफ अकाउंट को मैनेज कर सकता है। वह पीएफ अकाउंट से पैसा ट्रांसफर कर सकता है। और केवाईसी अपडेट करने जैसी चीज भी आसानी से घर बैठ कर सकता है।

मल्टीप्ल PF अकाउंट लिंक करने की सुविधा

ऐसी स्थिति की कल्पना कीजिए। आप अलग-अलग कंपनी में कार्य कर चुके हैं। आपका अलग-अलग कंपनी में अलग-अलग पीएफ अकाउंट है। और उन सारे पीएफ अकाउंट के रिकॉर्ड को आपको संभाल कर रखना पड़ता है। एक छोटी सी भूल होने से आपका भारी नुकसान हो सकता है। एक कर्मचारी के हित को ध्यान में रखते हुए UAN नंबर की शुरुआत की गई है। जिससे आप सारे पीएफ अकाउंट को लिंक कर सकते हैं। और सुविधाजनक तरीके से सारे पीएफ अकाउंट को मैनेज कर सकते हैं।

कंपनी की मनमानी पर रोक

यूएएन नंबर की शुरुआत के साथ कर्मचारियों के लिए पारदर्शिता और बढ़ गई है। यूएएन से पीएफ अकाउंट के लिंक होने के बाद कंपनी का हस्तक्षेप कम होता है। इसके बाद कंपनी अपने पीएफ राशि को कम नहीं कर सकती है। या वापस नहीं ले सकती है। वह किसी भी स्थिति में कमर्चारी के साथ मनमाना रवैया नहीं कर सकती है।

धोखाधड़ी में कमी

भारत में आज भी शिक्षित वर्ग की संख्या कम है। ऐसे में उनके साथ पारदर्शिता कम होने की वजह से धोखाधड़ी की खबरें भी आती रही थी। लेकिन UAN नंबर के आने के साथ यह सुनिश्चित होता है कि कर्मचारियों के सभी पीएफ खाते वास्तविक हैं। उनके साथ कोई फ्रॉड या स्कैम नहीं किया जा रहा है।

कर्मचारी को स्वतंत्रता

यूएएन नंबर से पीएफ खाते के लिंक होने से पीएफ खातों पर कर्मचारी का नियंत्रण बढ़ा है। अब पीएफ खाते से संबंधित किसी भी कार्य के लिए उन्हें कंपनी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। वे आसानी से एक क्लिक में अपनी सारी जानकारी देख सकते हैं। और अपनी मनमर्जी के मुताबिक ट्रांजैक्शंस कर सकते हैं।

UAN नंबर कैसे कार्य करता है

कैसे है यह मददगार – UAN number kya hota hai

जिस प्रकार आधार कार्ड हमें एक भारतीय होने के तौर पर यूनिक आइडेंटिटी प्रदान करता है। वैसे ही UAN हमारे ईपीएफओ में हमारी यूनिक आइडेंटिटी प्रदान करता है। जिससे हम अलग-अलग कंपनी में कार्य करते हुए अलग-अलग पीएफ अकाउंट को जोड़ सकते हैं। और अपनी नौकरी की शुरुआत से लेकर रिटायर होने तक के सारे पीएफ अकाउंट की जानकारी एक ही क्लिक में एक्सेस कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि यह किस प्रकार कार्य करता है:

१. UAN को जेनरेट करना

UAN के कार्य की शुरुआत इसके जनरेशन के साथ होती है। जब आप किसी कंपनी को ज्वाइन करते हैं और आपकी सैलरी में से कुछ पैसा पीएफ फंड में जाता है। तो सबसे पहले ईपीएफओ यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के द्वारा आपको एक यूनिक यूएएन नंबर जनरेट और असाइन किया जाता है।

2. PF अकाउंट को लिंक करना

दूसरे चरण के तौर पर आपका पीएफ खाते को आपके यूएएन नंबर से लिंक किया जाता है। जब आप जॉब चेंज करते हैं। तो आपका यूएएन नंबर वही रहता है। और नई कंपनी के द्वारा दिए गए नए पीएफ अकाउंट को आपको यूएएन नंबर से लिंक कराना होता है।

3. सारे सर्विस को एक्सेस और उपयोग करना

जब आप अपने पीएफ अकाउंट को UAN नंबर से लिंक करते हैं। तो आप यूएएन पोर्टल पर लॉगिन कर अपने पीएफ अकाउंट से संबंधित ट्रांजैक्शंस, अपने पर्सनल डिटेल को अपडेट करना और पीएफ ट्रांसफर जैसी चीजों को आसानी से कर सकते हैं।

UAN के फायदे क्या हैं?

UAN number kya hota hai – जानें इसके कुछ फायदे

1. पारदर्शिता (UAN Number)

हमनें जाना कि UAN number kya hota hai। यह कैसे कार्य करता है। इस आधार पर आप यह जान गए होंगे कि इसके आने से पारदर्शिता बढ़ी है।

2. आत्म नियंत्रण (UAN Number)

यूएएन नंबर की सहायता से कर्मचारी अपनी मनमर्जी के मुताबिक अपने पीएफ अकाउंट को मैनेज कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपनी वर्तमान कंपनी या अपने पुराने कंपनी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। यह उन्हें एक तरह का आत्म नियंत्रण प्रदान करता है। और कंपनियों पर उनकी निर्भरता को कम करता है।

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UAN number kya hota hai – विस्तृत जानकारी

3. सरल प्रबंधन

इसकी सहायता से सारे पीएफ अकाउंट का मैनेज करना बेहद सरल और सुलभ हो गया है। अब सारे पीएफ अकाउंट को एक फिंगर टिप पर एक्सेस किया जा सकता है। और उनका सारा हिसाब किताब रखा जा सकता है। 

4. डिजिटल इंडिया मुहिम को बढ़ावा (UAN Number)

दुनिया डिजिटल युग की और तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में हम सभी जानते हैं कि डिजिटल इंडिया हमारा भारत का अपना मुहिम है। डिजिटल इंडिया महिम के साथ हमने कई उदाहरण स्थापित किए हैं। इस तरह से हम UAN नंबर जैसे सुविधाओं का उपयोग कर हम डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हैं

5.  आसान एक्सेस

इसकी सहायता से हमें अपने पीएफ अकाउंट को एक्सेस करने के लिए किसी लिखा पढ़ी की आवश्यकता नहीं होती है। हम आसानी से घर बैठे भी इसे एक्सेस कर सकते हैं। और अपनी जानकारी को कुछ ही मिनट में देख सकते हैं। उनमें बदलाव कर सकते हैं और जरूरी ट्रांजैक्शंस कर सकते हैं।

6. स्कैम या धोखाधड़ी से सुरक्षा

कर्मचारी का एक बहुत बड़ा वर्ग आज भी फाइनेंशियल तौर पर उतना शिक्षित नहीं है। जिसकी वजह से पहले के समय में उनके साथ बहुत धोखाधड़ी हुआ करता था। उन्हें यह भी नहीं पता होता था कि इसकी शिकायत कहां करनी है। और कैसे करनी है। और वे ठगे जाते थे। लेकिन UAN जैसे पोर्टल के आने के बाद उस तरह के स्कैम में कमी आई है। और धोखाधड़ी भी कम हुआ है। अब उनको किए गए वादे के मुताबिक, उनके पीएफ खाते में राशि प्रदान की जाती है। और उसे वह आसानी से एक क्लिक में एक्सेस के साथ देख भी सकते हैं।

निष्कर्ष : दोस्तों हम आशा करते हैं कि UAN number kya hota hai। इसको लेकर आपको विस्तृत जानकारी मिल गई होगी। आप इसी तरह की किसी अन्य जानकारी के बारे में जानना चाहते हैं। तो हमें कमेंट कर बताएं। हम यह प्रयास करेंगे कि आपकी सारी जिज्ञासा को हम शांत कर सकें।

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